दिल्ली। राजधानी के व्यस्त इलाकों में शुमार महरौली के सीडीआर चौक पर दिनदहाड़े ताबड़तोड़ गोलियां बरसा कर हत्या करने के मामले में खुलासा करने के बाद पुलिस खुद अपनी पीठ थपथपा रही है। दक्षिण जिले के ऑपरेशन सेल के कार्यालय पर पहुंचे दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने हत्याकांड को सुलझाने वाली जिले की वाहन चोरी निरोधक दस्ता (एएटीएस) की टीम को शबाशी दी। उन्होने कहा, इस वारदात में जिन लोगों ने आरोपियों को पनाह दी थी उनको भी नही बख्सा जाएगा। उनकी पहचान की जा रही है। जल्द ही उन्हे भी गिरफ्तार किया जाएगा। इस दौरान उन्होने पौधरोपण भी किया। दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा सोमवार शाम करीब 6 बजे दक्षिण जिले के ऑपरेशन सेल कार्यालय पहुंचे। वह वहां करीब डेढ़ घंटे तक रहे। उन्होंने महरौली हत्याकांड को सुलझाने वाले टीम को शाबाशी दी।
पुलिस आयुक्त ने टीम के सदस्यों की हौंसला अफजाई करते हुए करते हुए कहा, इस हत्याकांड को जिला पुलिस ने अपने स्तर पर ही सुलझा लिया। स्पेशल सेल व अपराध शाखा को इस केस से दूर रखा। पुलिस आयुक्त ने हत्याकांड की बारीकियों को जाना और आरोपियों के खिलाफ एकत्रित किए गए साक्ष्यों के बारे में जानकारी हासिल की। बीते 15 मई को महरौली सीडीआर चौक पर दिनदहाड़े दोपहर 12:45 बजे बाइक सवार बदमाशों ने फतेहपुर बेरी के आयानगर निवासी अरुण (30) की ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर हत्या कर दी थी। दक्षिण जिले की एएटीएस ने वारदात के 19 दिन बाद मुठभेड़ के दौरान तीन बदमाश दीपक, योगेश और अजय को गिरफ्तार किया था। उनके कब्जे से पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त मोटरसाइकिल, चाइनीज स्टार ऑटोमैटिक समेत तीन पिस्टल और 12 जिंदा व 6 खोल बरामद किए थे।